सरस्वती स्तोत्रम्

                           

नमःसरस्वतीश्वरी 
स्वयम्भुवः सतिप्रिये |
भवत्कटाक्षताडितम् 
तमोविनश्यतिध्रुवम् ||

नमामि धीप्रचोदिनीं 
मनोबल प्रदायिनीम् |
समस्तपापनाशिनीं 
सद्गुणस्वरूपिणीम् ||

शमदमादिवर्धिनीं 
ममादिवर्गमर्दिनीम् |
समाधिमार्गदर्शिनीं 
समत्वबुद्धिवर्षिणीम् ||

सहस्रभास्करप्रभां 
सरोजमध्यसुस्थिताम् |
श्रुतिस्मृतिस्वरात्मिकां 
सुरादिसर्वपूजिताम् ||

विशारदां वाणीं वीणा
वादनप्रियां वराम् |
सपुस्तकां सकण्ठरत्न
वज्रखचितमालिकाम् || 

शुभप्रदां सुभाषितां 
सुशुभ्रवस्त्रान्विताम् |
सुस्मितां सुकोमलां 
सकलवेदसाधिकाम् ||

नमाम्यहम् भजाम्यहम् 
विचिन्तयामिचैवताम् |
ममप्रसीद मङ्गले 
प्रयच्छज्ञानमुत्तमम् ||


- इति सुरेश दासः 

No comments:

Post a Comment